बिहार का पहला ग्रीन ग्रिड अस्पताल बनेगा पीएमसीएच; पार्किंग समेत होगी कई आधुनिक सुविधाएं, जानें कब होगा शिलान्यास
बिहार सरकार इन दिनों बिहार में इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के साथ-साथ स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के मुद्दे पर भी तेजी से कम कर रही है। इसी कड़ी में राज्य के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल का कायाकल्प किया जाएगा। जानकारी के मुताबिक आधुनिकीकरण के बाद यह अस्पताल देश के बड़े-बड़े प्राइवेट अस्पतालों में दी जाने वाली सुविधाओं को टक्कर देगा। बताया जा रहा है कि इस अस्पताल को ग्रीन ग्रिड के तर्ज पर विकसित किया जाएगा और यहां पर स्मार्ट पार्किंग समेत कई सुविधाएं होंगी।
ग्रीन ग्रिड अस्पताल बनेगा पीएमसीएच, इलाज से लेकर पार्किंग तक होगी कई आधुनिक सुविधाएं
जानकारी के अनुसार, बिहार का सबसे बड़ा अस्पताल पीमसीएच लोगों को आने वाले दिनों में बदला-बदला नजर आएगा। यहां इलाज से लेकर, पार्किंग, बिजली, पानी आदि सभी व्यवस्था दुरुस्त नजर आएगी। इसके साथ ही पीएमसीएच में पहला ग्रीन ग्रिड बनने जा रहा है। पटना मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में इस डेवलपमेंट के बाद यहां पर देश के बड़े अस्पतालों जैसी सुविधाएं उपलब्ध होगी। इसके लिए 250 करोड रुपए की राशि खर्च होनी है। वही बताया जा रहा है कि ग्रीन ग्रेड बनने के बाद पीएमसीएच बिहार का एकमात्र आत्मनिर्भर अस्पताल बन जाएगा और यहां आने वाले लोगों का इलाज पहले की तुलना में और भी हो पाएगा। इसके निर्माण में गैस इंसुलेटेड सिस्टम (जीआइएस) का इस्तेमाल किया जाएगा। इस तकनीक से बिजली के साथ-साथ सौर ऊर्जा (सोलर एनर्जी) का भी इस्तेमाल किया जायेगा। साथ ही ऊर्जा संरक्षण पर भी जोर दिया जाएगा। जानकारों के अनुसार यह तकनीक ब्रिटेन और जर्मनी के तर्ज पर इस्तेमाल की जाएगी।
27 फरवरी को सीएम नीतीश करेंगे शिलान्यास
सामान्य प्रशासन विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक इस परियोजना का शिलान्यास पटना में 27 फरवरी को होगा। बिहार के मुख्यमंत्री खुद इसका शिलान्यास करेंगे। सीएम नीतीश के साथ बिहार सरकार के कई मंत्री भी कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे। बताया जा रहा है कि शिलान्यास होने के 2 से 3 सालों के अंदर ही अस्पताल का नवीनीकरण का कार्य समाप्त हो जाएगा और बिहार को स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक अत्याधुनिक अस्पताल की सौगात मिलेगी।
20 विभागों की ओपीडी होगी शिफ्ट
27 फरवरी को 20 विभाग की ओपीडी सेवा नए भवन में शुरू हो जाएगी। इसमें इएनटी, आइ, गायनी और कैंसर रोग विभाग को छोड़ बाकी सर्जरी, हड्डी, मेडिसिन, पेडियाट्रिक, इंडोक्राइन, गैस्ट्रो सर्जरी, गैस्ट्रो मेडिसिन, न्यूरो मेडिसिन, न्यूरो सर्जरी, प्लास्टिक सर्जरी, यूरोलॉजी आदि सभी 20 विभागों के ओपीडी को शिफ्ट कर दिया जायेगा। जहां मरीजों का इलाज होगा। इसके अलावा यहां मेडिकल स्टोर और सर्जिकल स्टोर, ब्लड बैंक को भी सेंट्रल यूटिलिटी ब्लॉक में शिफ्ट किया जायेगा। वही इसके बाद पीएमसीएच में बन रहे 5200 बेड के विश्वस्तरीय अस्पताल में बिजली की कमी नहीं होगी। गैस इंसुलेटेड सिस्टम (जीआइएस) सब स्टेशन में बारिश आदि का पानी गिरने, आंधी-पानी में प्लास्टिक या फ्लैक्स उखड़कर चिपकने, तार टूटने आदि के मामलों में बिजली नहीं कटेगी।
पीएमसीएच में पुनर्विकास कार्य से बनेगा 5462 बेड का अस्पताल
पीएमसीएच में पुनर्विकास का काम 48 एकड़ में किया जा रहा है। इसके तहत 5462 बेड का अस्पताल बनाया जा रहा है। प्रथम चरण के तहत 2073 बेड का निर्माण कार्य किया गया है, जिसका उद्घाटन किया जा रहा है। पहले चरण में इस बिल्डिंग में ओपीडी सेवा शुरू होगी, फिर भर्ती का काम शुरू कर दिया जायेगा। इसके अलावा 250 करोड़ रुपये की लागत से ग्रीन ग्रिड, मल्टीलेवल पार्किंग, एमबीबीएस छात्राओं के लिए महिला छात्रावास का शिलान्यास किया जायेगा। ग्रीन ग्रिड बनने के बाद पीएमसीएच बिजली के मामले में पूरी तरह से आत्मनिर्भर हो जायेगा।
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