बिहार में रोड कनेक्टिविटी को मिलेगी नई रफ्तार, इन जिलों में बनेंगे शानदार एक्सप्रेस-वे
बिहार में एनडीए की नई सरकार के गठन के बाद अब बिहार सरकार ने वित्तीय वर्ष-2024 के लिए अपना बजट जारी कर दिया है। जारी बजट में बिहार के इंफ्रास्ट्रक्चर खास ध्यान दिया गया है। किसी भी राज्य की इंफ्रास्ट्रक्चर में वहां के परिवहन की प्रमुख भूमिका होती है इसी बात को ध्यान में रखते हुए परिवहन मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने परिवहन विभाग के बजट में बिहार को कई नई एक्सप्रेस वे की सौगात दी है। बताया जा रहा है कि बिहार के कई जिलों में नए एक्सप्रेस वे बनेंगे जिससे परिवहन की रफ्तार तेज होगी और बिहार के विकास में भी एक नई दिशा देखने को मिलेगी।
बिहार के सभी पुलों का बनेगा हेल्थ कार्ड, जल्द शुरू होगी प्रक्रिया
परिवहन मंत्रालय की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक बिहार के परिवहन इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए राज्य में जितने भी पुल और सड़के होंगे उन सभी का बीमा किया जाएगा। इसके साथ साथी उनके हेल्थ कार्ड बनाया जाएगा. इससे पुलों का प्रबंधन में सुविधा होगी। वहीं नये वित्त वर्ष में राज्य में चार महत्वपूर्ण एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य को भी जल्द आरंभ कराया जाएगा।
इन जिलों में बनेंगे शानदार एक्सप्रेस-वे, जानिए
परिवहन मंत्री ने जानकारी देते हुए बताया कि केंद्र सरकार की भारतमाला प्रोजेक्ट के अंतर्गत बिहार की रोड कनेक्टिविटी को बेहतर करने के लिए कई दिनों में शानदार एक्सप्रेस-वे का निर्माण जल्द शुरू किया जाएगा। इसमें गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेस-वे (519 किमी), रक्सौल-हल्दिया एक्सप्रेस-वे (650 किमी), पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे (बक्सर से पटना होते हुए भागलपुर तक 345 किमी) और पटना-पूर्णिया एक्सप्रेस-वे (215 किमी) शामिल है। इन परियोजनाओं का निर्माण कार्य प्राथमिकता के आधार पर पूरा कराने हेतु केंद्र सरकार से अनुरोध किया जा रहा है। वही उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने सदन में बताया कि वर्तमान में राज्य में 4-लेन एक्सप्रेस-वे का प्रस्ताव है जिसे बिहार सरकार ने केंद्र सरकार से 6-लेन के रूप में विकसित करने हेतु अनुरोध किया है। उन्होंने कहा कि राज्य में 13,500 बड़े/छोटे पुलों की संख्या को दृष्टिपथ में रखते हुए पुलों के बेहतर रख-रखाव हेतु पुल अनुरक्षण प्रबंधन मार्गदर्शिका तैयार की गई है। जिससे एक तरफ अभियंताओं को पुलों के रख-रखाव में मदद मिलेगी, वहीं दूसरी तरफ इन सभी पुलों का हेल्थ कार्ड जैसा डाटाबेस तैयार होगा जिसके आलोक में अग्रतर कार्रवाई की जाएगी।
7 किमी जेपी गंगा पथ के दोनों तरफ बनेगा हरित क्षेत्र
वही इसके साथ ही राजधानी पटना के दीघा से गांधी मैदान के बीच 7 किमी जेपी गंगा पथ के दोनों तरफ 50 हेक्टेयर भूमि के 90 प्रतिशत भाग में हरित क्षेत्र निर्माण होगा। 10 प्रतिशत भाग में अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ रिवर-फ्रंट, पार्क, वानस्पतिक उद्यान, फूड कोर्ट, साइकिल ट्रैक, पैदल पथ, पार्किग आदि विकसित होगा। इस योजना पर कार्य आरंभ कर दिया गया है। साथ ही 4,000 चार पहिया एवं 13,000 दो पहिया वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होगी। इसका विशेष उपयोग छठ पूजा में हो सकेगा।