बिहार न्यायिक सेवा परीक्षा का रिजल्ट आ चुका है जिसमें कई छात्रों ने बाजी मारा है जहां पर कई छात्रों ने अपना पहचान बनाया है आपको बता दूं कि इसीके साथ ही बिहार के कई छात्रों के साथ साथ बिहार न्यायिक सेवा परीक्षा में कई धुरंधर के साथ-साथ दिहाड़ी मजदूर के बेटे ने भी परचम लहराया है जिसके बाद इनकी चर्चा चारों तरफ हो रही है।
आपको बता दूं कि बिहार के जमुई जिला के सिकंदरा के मजदुर के बेटे सूरज कुमार चौधरी का भी इस लिस्ट में सिलेक्शन हुआ है। सूरज कुमार के पिता एक दिहाड़ी मजदूर है इस वजह से इनकी कामयाबी की चर्चा चारों तरफ हो रही है।
आपको बता दूं कि इनकी सफलता इतनी आसान नहीं थी। वो एक बेहद गरीब परिवार से आते हैं उनके पिता दिहाड़ी मजदूर हैं और पिता ही पूरे घर को चलाते हैं सूरज को परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर होने की वजह से बेहद कम उम्र में अंडा और चने बेचने का काम करना पड़ता था। इसके साथ-साथ उन्होंने पढ़ाई भी की और आज उन्होंने अपनी मेहनत के बदौलत इस मुकाम पर पहुंच चुके हैं।
बता दूं की बेटे के जज बनने के बाद पूरे परिवार में खुशी का माहौल है वहीं इलाके के लोग भी इनकी कामयाबी को सलाम कर रहे हैं आपको बता दें कि सूरज कुमार कुल 8 भाई है और एक बार उनका बचपना गरीबी और परेशानियों से भरा रहा है इंटर तक की पढ़ाई उन्होंने सिकंदरा के स्कूल से ही की थी।