वैसे तो सिनेमा का आविष्कार 1895 ने किया गया था वहीं भारत में सिनेमा का शुरुआत अगर कहा जाए तो कोलकाता में हुआ था जहां पर सबसे पहले सिनेमा हॉल चैप लाइन के तौर पर शुरू किया गया था वही अभी सिनेमा का दौर को देखा जाए तो अभी सिनेमा का दौर काफी मॉडर्न हो चुका है जहां पर 3D 4D तक सिनेमा का मजा दर्शक ले सकते हैं। लेकिन क्या आपको पता है बिहार में सबसे पुराना सिनेमा हॉल कौन सा था तो आज इन्हीं सवालों के जवाब हम आपको बताएंगे।
अगर बिहार का बात किया जाए तो बिहार में सिनेमा का इतिहास बहुत ही पुराना रहा है अभी राजधानी पटना सहित बिहार के कई शहरों में अब मल्टीप्लेक्स का दौर है जहां पर बड़े बड़े मॉल के नीचे एक साथ दो से 3 सिनेमा हॉल देखने के लिए मिल जाता है। जहां पर आप बड़े आसानी से 3D सिनेमा देख सकते हैं वह भी पहले से ज्यादा बेहतरीन पिक्चर क्वालिटी और साउंड क्वालिटी के साथ लेकिन जब बिहार में सिनेमा का दौर शुरू हुआ था तब हालात कुछ अलग थी।
बिहार में सिनेमा हॉल की शुरुआत कब हुई थी
बिहार में सिनेमा हॉल का दौर राजधानी पटना से शुरू किया गया था जो कि 1900 के दशक में इन सिनेमा हॉल की शुरुआत की गई थी अगर बिहार की सबसे पुरानी सिनेमा हॉल की बात करें तो कुछ जानकारी के अनुसार राजधानी पटना में 1930 के दशक में राजधानी पटना में सिनेमा हॉल का दौर शुरू हुआ।
जानिए पटना में कहाँ बना था बिहार का पहला सिनेमा हॉल
वहीं अगर पटना और बिहार का पहला सिनेमा हॉल की बात करें तो पटना का पहला सिनेमा और राजधानी पटना के उस समय के बापू बाजार साउथवेस्ट में वीरअभिमन्यु नाम से पटना में बनाया गया था जो कि 1933 से 1934 के बीच चला लेकिन यह सिनेमा हॉल ज्यादा दिन तक नहीं चल पाया।
जिसके बाद राजधानी पटना सहित पूरे बिहार में कई सिनेमा हॉल खोले गए जिसमें प्रमुख है रएजेंट मोना आदि यह सभी सिनेमा हॉल 1960 के करीब खोला गया था हालांकि इन सभी के तारीख की अभी तक कोई पुष्टि नहीं हुई है वहीं पटना के बाद मुजफ्फरपुर का जवाहर सिनेमा हॉल को भी 1980 में खोला गया था आपको बता दूं कि मुजफ्फरपुर का जवाहर सिनेमा हॉल अब पूरी तरह से बंद हो चुका है वही पटना का रिजेंट सिनेमा हॉल मोना सिनेमा हॉल अब भी लोगों को सेवा दे रहा है, यह सभी जानकारी की कोई पुष्टि पटना न्यूज़ नहीं करता है। सभी जानकारी मिली जानकारी के आधार पर आपके सामने प्रस्तुत किया गया है।