बिहार में व्यापक पैमाने पर शिक्षकों की बहाली होनी है, लिहाजा सरकार ने भी मापदंड निर्धारित कर दिए हैं। राज्य के उच्च स्कूलों में अब इंजीनियरिंग में ग्रेजुएट कैंडीडेट्स भी शिक्षक बहाली के लिए योग्य होंगे। बीते दिन एक अधिसूचना जारी हुई थी जिसमें इंजीनियरिंग में ग्रेजुएट का कोई जिक्र नहीं था, इसको लेकर उम्मीदवारों ने कड़ी आपत्ति दर्ज कराई थी। अब सरकार ने प्लस टू विद्यालयों में कंप्यूटर साइंस सब्जेक्ट में शिक्षकों के पद के लिए तय योग्यताओं में कुछ फेरबदल किया है।
ग्रेजुएट लेवल पर गणित के साथ कंप्यूटर साइंस, भौतिकी, इलेक्ट्रोनिक्स, रसायन शास्त्र या सांख्यिकी विषयों में से कोई दो विषय में पढ़ा हो या फिर इंजीनियरिंग में ग्रेजुएट हो, जिसमें गणित विषय की विशेषज्ञता हो। वर्ग 9 और 10 में विज्ञान विषय का शिक्षक बनने के लिए तय योग्यताएं- ग्रेजुएट लेवल पर रसायन शास्त्र, जन्तु विज्ञान, वनस्पति विज्ञान विषय की पढ़ाई या फिर इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन जरूरी।
बता दें कि राज्य के उच्च विद्यालयों में कंप्यूटर विषय के टीचर बनने के लिए अब बीटेक और बीई के अलावा डिप्लोमा डिग्री को मान्यता दी जाएगी। इस विषय की उम्मीदवारों के लिए अब b.ed की योग्यता जरूरी नहीं है।
वहीं, इंटर का शिक्षक बनने के लिए न्यून्तम 50 प्रतिशत अंकों से पास निम्न विषय समूह में मान्यता प्राप्त संस्थान से मिले उपाधि, डीओईएसीसी से लेवल ए और किसी भी विषय में पीजी की डिग्री, किसी भी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी या एआईसीटीई से मान्यता प्राप्त इंस्टीट्यूट से बीई या बीटेक, कंप्यूटर साइंस में आईटी या केंद्र सरकार से मिले संस्थान विश्वविद्यालय से डिप्लोमा, किसी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी या एआईसीटीई से मिले संस्थान से किसी संकाय में बीई या फिर बीटेक की डिग्री और कंप्यूटर में पीजी डिप्लोमा, किसी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर साइंस में पीजी एमसीए या मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से समकक्ष डिग्री, किसी भी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर साइंस में ग्रेजुएट बीसीए तथा किसी सब्जेक्ट में पीजी, किसी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर साइंस में पीजी।