राजधानी पटना का गंगा पथ जिसे लोग आम बोलचाल की भाषा में मरीन ड्राइव भी कहते हैं। आपको बता दूं कि यह रोड पूरी तरीके से ट्रैफिक फ्री है लेकिन अब इस रूट की निगरानी हाईटेक तरीके होगा। वहीं अब यह रोड पूरी तरीके से हाईटेक तरीके होगा और इस रूट का निगरानी किया जाएगा। दरअसल आपको बता दूं कि सीसीटीवी कैमरे नज़र रखी जायेगी।
दरअसल आपको बता दूं कि गंगा पथ पर लहरिया कट बाइक चलाने वाले तैनात पुलिस जवानों को चकमा देकर भाग नहीं पाएंगे, क्योंकि अब दीघा से लेकर पीएमसीएच तक हाइटेक सीसीटीवी कैमरा के जरिए कंट्रोल कमांड सेंटर से निगरानी की जाएगी जहां पर बताया जा रहा है कि कुल 7.50 किलोमीटर लंबा इस गंगा पथ रूट पर 110 कैमरे लगेंगे वही अभी फिलहाल 48 कैमरा लगाकर ट्रायल शुरू है और दिसंबर के अंत तक इसे संचालित कर दिया जाएगा।
इसके अलावा आपको बता दूं कि राजधानी पटना में करीब 220 किलोमीटर ऑप्टिकल फाइबर चरणबद्ध तरीके से कैमरा लगाने के लिए बिछाए जा रहे हैं। इस प्रोजेक्ट के तहत लगाए जाने वाले कैमरे 3 तरह के हैं इसमें ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकग्निशन, फेस रिकॉग्निशन कैमरा और यातायात और विधि व्यवस्था बनाए रखने के लिए सहूलियत मिलेगी।
आपको बता दूं कि अभी राजधानी पटना में कई जगहों पर इस तरह के हाईटेक कैमरा लगाया चुके हैं जहां पर अभी फिलाल गंगा पाथवे, पुलिस कार्यालय और डाक बंगला चौराहा समिति 70 स्थानों पर 170 कैमरे लगाए गए हैं कुल 25 कैमरे लगाए जाने हैं इसमें से 1244 सर्विलांस कैमरे शामिल होंगे।