बीते 187 वर्षों से बिहार का सबसे पुराना स्कूल पटना कॉलेजिएट स्कूल जो माध्यमिक शिक्षा के क्षेत्र में अपना जौहर दिखा रहा है। युवाओं के व्यक्तित्व को निखारने में इस स्कूल ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसी बात से समझ सकते हैं कि इसके दो पूर्वर्ती छात्र पश्चिम बंगाल के दूसरे मुख्यमंत्री और प्रसिद्ध फिजीशियन बिधान चंद्र रे और संपूर्ण क्रांति के कर्ताधर्ता जयप्रकाश नारायण को सर्वोच्च नागरिक अवार्ड भारत रत्न से नवाजा गया था।
1950 के दशक में हिट फिल्म पर्सनालिटी सत्यजीत रे की मूवी “सीमाबद्ध” में इसके चित्रण से स्कूल की प्रसिद्ध का पता चलता है। यहां से कई दिग्गज अभिनेता और नेता पढ़े हुए हैं। बिहार के सबसे पहले पटना कॉलेजिएट स्कूल की स्थापना 10 अगस्त 1835 को हुई थी। ईस्ट इंडिया कंपनी के अफसरों ने इसका निर्माण किया था और इसे बनाने का उद्देश्य बिहार में अंग्रेजी एजुकेशन के पैटर्न को बढ़ावा देना था।
पटना कॉलेजिएट स्कूल मध्य पटना में तकरीबन 13 एकड़ के एरिया में फैला है। इसमें 34 विशाल वर्गों के साथ एक बड़ा बिल्डिंग शामिल है। स्कूल में बायोलॉजी, फिजिक्स और केमेस्ट्री की अच्छी लेबोरेटरी है, जो हायर सेकेंडरी और सेकेंडरी स्टूडेंट्स की शैक्षणिक जरूरतों को पूर्ण करती हैं। इसमें एक अच्छा लाइब्रेरी भी है, जिसमें अलग-अलग विषयों में प्राचीन व आधुनिक किताबों का विशाल भंडार है।
यहां से पश्चिम बंगाल के दूसरे सीएम बिधान चंद्र रॉय, संपूर्ण क्रांति के नायक जयप्रकाश नारायण, बॉलीवुड अभिनेता और राजनेता शत्रुघ्न प्रसाद सिन्हा, पटना के सांसद रविशंकर प्रसाद, केंद्रीय मंत्री रह चुके आफताब आलम, पटना हाईकोर्ट के अवकाश प्राप्त न्यायाधीश कुणाल, भोजपुरी एक्टर सुनील कुमार और बीपीएसएससी के चेयरमैन विनीत कुमार और देश के पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा यहां से पढ़ाई कर चुके हैं।