पूरे उत्तर भारत और बिहार में गर्मी अपना प्रकोप दिखाने लगा है। बिहार में गर्मी की कहर लोगो के ऊपर अब सीधा तौर पर देखा जा रहा है। जिस वजह से अब बिहार के कई जिलों मे तापमान बढ़ने की वजह से जलस्तर में तेजी से गिरावट देखी जा रही है। वहीं दूसरी तरफ पीएचइडी की रिपोर्ट में भी यह साफ तौर पर देखा जा रहा है कि बिहार के कई जिलों में पहले की अपेक्षा गर्मियों में भूमिगत जलस्तर में तेजी से गिरावट दर्ज की गई है।
उधर अगर पीएचइडी के रिपोर्ट के आंकड़ों पर नजर डालें तो 21 मार्च तक अधिकतर जिलों में पानी केवल 2020 की तुलना में घटा है। लेकिन कुछ जिलों में 1 फुट तक पानी का जलस्तर नीचे चला गया है। उधर बिहार सरकार के लोगों के घरों तक नल जल पहुंचाने के लिए तेजी से काम किया जाए लेकिन ग्रामीण इलाकों में लोग पानी की बर्बादी करने से नहीं चूक रहे हैं जिसे देखते हुए ग्रामीण इलाकों में पानी बर्बादी कम हो इसके देखते हुए निगरानी बढ़ाई गई है।
इसको देखकर अब कई व्यवस्था की गई है जहां पर बताया जा रहा कि जलापूर्ति योजना के लिए 4095 पंचायतों में टीम तैनात की गई है वहीं गर्मियों में जानवरों को पानी मिल सके इसके लिए 20 जिलों में 261 कैटल ट्रैक भी बनाए गए हैं। इसके साथ पेयजल की समस्या को दूर करने के लिए 484 का रिकॉर्ड 15 टैंकर से लोगों तक पानी पहुंचाई जाएगी।
सोर्स PK