बिहार में टूरिस्ट को बढ़ावा देने के लिए अभी कई बड़े-बड़े निर्माण हो रहे हैं। वहीं कई बड़े निर्माण भी किए जा रहे हैं जिसमें ग्लास ब्रिज सहित बिहार के कई जिलों में रोपवे इसके अलावा कई सुविधाओं को बढ़ावा दिया जा रहा है। ताकि बिहार में टूरिस्ट को बढ़ावा मिल सके इसी बीच अब बिहार के 11 जिलों में उपलब्ध सभी में बड़ी वेटलैंड यानी कि चौर को टूरिस्ट पैलेस के रूप में विकसित किए जाएंगे इसके लिए जिलों का चयन भी कर लिया गया है।
आपको बता दूं कि बिहार के जिस चौर को चयन किया गया है उसने बिहार के 11 जिलों को शामिल किया गया है। उसमें से मुजफ्फरपुर, वैशाली, सीवान, सारण, पूर्वी चंपारण, दरभंगा, बेगूसराय, कटिहार, समस्तीपुर जिला शामिल है आपको बता दूं कि 64 में से लगभग 28 चौर को बेटलैंड संरक्षण एवं प्रबंधन के तहत नोटिस किया जाने की तैयारी राज्य का पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग कर रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार बताया जा रहा कि वैशाली में बरेली झील इसके अलावा सलाह चौर, पुरानिया चौर और मिश्रउलिया अफजलपुर चौर शामिल है। सारण जिले आटानगर चौर और मिर्जापुर बहियार चौर। सीवान में सुरैला चौर, पूर्वी चंपारण में कररियामन चौर, पूर्वी चंपारण में मोतीझील को विकसित करने की तैयारी है।
वहीं मुजफ्फरपुर में कोटियाशरीफ मन, बनीरा राही वेटलैंड और मोनिका मन, बेगूसराय में एकंबा वेटलैंड लगभग, बसाही, काबर झील, समस्तीपुर में देबखाल चाैर, दरभंगा जिले में कन्सर चौर, गंगासागर झील, कानाल झील, हराही झील, दिघि लेक महापारा चौर शामिल हैं।