बिहार में कई तरह के छोटे उद्योग इन दिनों फल-फूल रहे हैं। जिस वजह से छोटे उद्योग की वजह से बिहार पूरे देश में दूसरे स्थान पर है। इसको देखते हुए बिहार उधोग विभाग को पुरस्कार से भी नवाजा गया है। इसी बीच अब अगर आप बिहार में रहकर मछली पालन करना चाहते हैं और तो यह खबर आपके लिए है आपको बता दूं कि बिहार में रहकर अगर आप मछली पालन करना चाहते हैं तो इसके लिए लाभुकों का चयन किया जाएगा और उन्हें अनुदान राशि भी दी जाएगी।
तालाबों की जीणोद्धार के लिए भी बिहार सरकार किसानों को अनुदान देगी बिहार में मछली उत्पादन बढ़ावा देने के लिए प्रति किसान को जागरूक करने का उद्देश्य इस योजना की स्वीकृति पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग ने दे दी है। वही परियोजना पर अगर एक नजर डालें तो जीणोद्धार के लिए प्रति हेक्टेयर 6 लाख खर्च निर्धारित है जहां पर बताया जा रहा है कि 40% अति पिछड़ा वर्ग अनुसूचित जाति और जनजाति के लिए 30% अनुदान और अन्य वर्गों के लिए भी अनुदान दिए जाएंगे। अनुदान दो किस्तों में दी जाएगी। इसके अलावा बाकी राशि आपको खुद ऋण के द्वारा या खुद ही खर्च करने पड़ेंगे।
वहीं अगर एक आंकड़ों पर नजर डालें तो अभी राज में 38000 के आसपास ही तालाब है। वही सरकारी और निजी तालाबों को दोनों को जोड़ा जाए तो इसकी संख्या करीब करीब 98000 है इसमें से 70000 सरकारी तालाब है कोई निजी क्षेत्रों में तालाबों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। बाढ़ प्रभावित राज्य होने के कारण यहां के तालाब में रेत जाती है और बांध की क्षति हो जाती है इसे मछली उत्पादन में प्रतिकूल असर भी पड़ता है।