बिहार में चावल से लेकर चीनी तक की लगेंगे फैक्ट्री 20 नई यूनिट लगाने की योजना जानिए

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बिहार में आपको आने वाले समय में फैक्ट्रियों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी देखने के लिए मिलेगी दरअसल आपको बता दूं कि बिहार में चावल से लेकर चीनी तक के लिए निवेश का प्रस्ताव आया है 20 नई यूनिट लगाने की भी योजना है यह सरकार की नई पॉलिसी की वजह से बिहार में अब आने वाले समय में फैक्ट्रियों की संख्या तेजी से बढ़ती हुई आप को दिखेगी।

दरअसल बिहार में खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में निवेश के लिए 529 करोड़ के नए प्रस्ताव आए हैं इस प्रस्ताव में 20 नई यूनिट लगाने की योजना है उधर राज्य निवेश प्रोत्साहन परिषद ने इसे प्रारंभिक स्वीकृति भी दे दी है इसका मतलब साफ है कि आने वाले समय में आपको कई खाद्य प्रसंस्करण यूनिट लगते हुए दिखेंगे यह प्रस्ताव राज्य निवेश प्रोत्साहन पार्षद की 41 वीं बैठक में आए हैं।

मिली जानकारी के अनुसार खाद्य प्रसंस्करण की यूनिट की स्थापना में 419 करोड की निवेश का प्रस्ताव है वही यह फैक्ट्री बिहार के वैशाली में प्रस्तावित है प्रस्तावित यूनिट में 213 करोड़ का निवेश की संभावना है जहां पर आपको एक टमैटो केचप सहित कई अलग-अलग आपको फैक्ट्री लगते हुए दिखेंगे।

इसके अलावा गोपालगंज स्थित विष्णु शुगर मिल लिमिटेड 90 करोड़ की लागत से मौला सीट बेस्ट इथेनॉल डिस्टलरी पश्चिम चंपारण के मछौलिया शुगर इंडस्ट्री मुलासेस बेस्ट डिस्टलरी प्लांट पर 27 कराेड़ खर्च करेगी. इसके अलावा हरिनगर सुगर मिल्स लिमिटेड पश्चिमी चंपारण में 80 करोड़ की लागत से चीनी मिल प्लांट स्थापित किया जायेगा. इसी तरह औरंगाबाद औद्योगिक क्षेत्र विभिन्न प्रकार के सत्तू और फ्रूट उत्पाद के कारखाने प्रस्तावित हैं. इसके साथ-साथ औरंगाबाद औद्योगिक क्षेत्र विभिन्न प्रकार के सत्तू रूट्स उत्पादन कारखाने के प्रस्ताव है वही अन्य प्रस्तावों पर नजर डाले तो 110 करोड रुपए की तरह राइस मिल लगाने का प्रस्ताव है यह राइस मिल सीतामढ़ी मधुबनी किशनगंज रोहतास औरंगाबाद बांका पश्चिम चंपारण भोजपुर पूर्णिया में या राइस मिल स्थापित किए जा सकते हैं।