एक तरफ दुनिया की कई देश लगभग दिवालिया के कगार पर है। वहीं भारत अब तेज रफ्तार से विकास की पटरी पर दौड़ रहा है। वहीं इसी बीच अब बिहार में भी औद्योगिक रफ्तार और अपनी रफ्तार धीरे-धीरे पकड़ रही है। खबरों के अनुसार बताया जा रहा है कि बिहार में औद्योगिक निवेश प्रस्ताव अब 14 गुना बढ़ चुका है। बिहार ने कई दशकों से औद्योगिक निवेश रफ्तार नहीं पकड़ी थी। लेकिन कुछ सालों से बिहार में औद्योगिक निवेश अब रफ्तार पकड़ने लगी है।
आंकड़े पर अगर नजर डाले तो बिहार में औद्योगिक निवेश पिछले सालों से 14 गुना बढ़ा है। जो की पिछले वर्ष की तुलना में यह 7 गुना अधिक है। आपको बता दूं कि पिछले कई सालों से अब निवेश की रफ्तार घटी थी लेकिन औद्योगिक प्रोत्साहन नीति के कारण निवेशकों का विश्वास बढ़ा है उधर बिहार औद्योगिक प्रोत्साहन नीति 2016 लागू होने के बाद निवेशकों का आकर्षण बिहार के प्रति बढ़ गया है।
वही आंकड़ा यह भी बताती है कि अब तक बिहार में करीब 4818 करोड का निबेश के प्रस्ताव आया था। लेकिन उसके बाद 2019 से 20 में यह घटकर 2770 रोड आ गया वह 2020 से 21 में निवेश का प्रस्ताव और दोगुना हो गया है। यह अब फिर बताया जा रहा है कि बिहार में 2021 से 2022 में और 38198 करोड का उद्योग की निवेश का प्रस्ताव आए हैं जो कि बताया जा रहा है कि अब तक बिहार में सबसे ज्यादा औद्योगिक निवेश आए हैं।
कार्यशील औद्योगिक इकाइयों की स्थिति
- खाद्य प्रसंस्करण 158
- प्लास्टिक व रबर 44
- स्वास्थ्य देखरेख 17
- पर्यटन 14
- काष्ठ उद्योग 03
- आईटी 12
- वस्त्र 03
- सीमेंट 03
- अन्य 82
- नवीकरणीय ऊर्जा 02
- छोटी मशीनों का निर्माण 03
- तकनीकी शिक्षा 01
- इथेनॉल 01