देखा जाए तो बिहार में बिजली की स्थिति दिन प्रतिदिन बेहतर होती जा रही है। जहां पहले बिहार में बिजली शहरी इलाकों में भी बिजली की स्थिति पहले बेहतर नहीं रहती थी। अब बिहार में बिजली हर गांव कस्बों में भी 24 घंटे रहती है। आपको बता दूं कि पहले बिजली से गांव के छोटे छोटे कस्बे पूरी तरह से वंचित थे। लेकिन अब बिहार के छोटे गांव कस्बों से लेकर शहर तक बिजली अपूर्ण पूरे तरीके से हो रही है।
इसी बीच अब बिहार के बिजली घरों में रिकॉर्ड बिजली उत्पादन हो रही है। संयुक्त उद्यम और सहायक कंपनी को मिलाकर एनटीपीसी पूर्वी क्षेत्र एक कि निकाय ने वित्तीय वर्ष 2022 से 23 में पहली तिमाही में ही 17671 मिलियन यूनिट बिजली उत्पादन करने का रिकॉर्ड बना दिया है। जहां पर बताया जा रहा है कि 30.48% तक की बढ़ोतरी हुई है। यह अब तक का सबसे सर्वाधिक उत्पादन है।
आपको बता दूं कि बिहार में हुए इस बिजली उत्पादन से सिर्फ बिहार को ही लाभ नहीं मिला रहा है बल्कि बिहार की विद्युत आवश्यकता को पूरा करने के साथ-साथ देश के अन्य राज्यों को भी बिजली दी गई है। वर्तमान में एनटीपीसी समूह के पास 78 बिजली स्टेशन के साथ-साथ 69 हजार एक सौ 34 मेगावाट से अधिक स्थापित क्षमता है।