पिछले दिनों पूरे देश में बिजली की कमी देखी जा रही थी। लेकिन बिहार में बिजली की कमी थोड़ी बहुत ही देखी गई थी। वही इसी बीच बिहार में रिकॉर्ड 660 मेगावाट की उत्पादन शुरू हो गई है। जिससे आने वाले समय में बिहार में बिजली की कमी नहीं देखी जाएगी और बिहार के जनता को गांव से लेकर शहर तक बिजली की किल्लत देखने के लिए नहीं मिलेगी।
दरअसल आपको बता दूं कि बिहार में करीब करीब 6500 मेगावाट बिजली की औसतन खपत होती है। एनटीपीसी के प्रवक्ता विश्वनाथ चंदन ने जानकारी देते हुए बताया कि औरंगाबाद जिला में बारुण प्रखंड में कोयला आधारित सुपरक्रिटिकल तकनीक पर नवीनीकरण थर्मल पावर स्टेशन का निर्माण कर लिया गया है। आपको बता दूं कि पावर स्टेशन के निर्माण पर कुल ₹19400 की लागत आई है।
वहीं उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि बुधवार की रात 12:00 बजे उत्पादन शुरू हुआ इसके साथ ही घर में 3 में 1980 मेगावॉट की उत्पादन की जा रही है। अभी फिलहाल 1680 मेगावाट बिजली की आपूर्ति भी है। आपको बता दूं कि बिजली उत्पादन के क्षेत्र में एनटीपीसी देश की सबसे बड़ी कंपनी है इसमें 78 विद्युत संयंत्र में 34 से अधिक नवीन करण व जल विद्युत परियोजना शामिल है।