अब जब भी कोई भी जानकारी प्राप्त करना होता है तो हम गूगल या कोई भी सर्च इंजन के माध्यम से उस जानकारी को प्राप्त करते हैं। लेकिन बिहार के एक लाल के पास एक लाख कैलेंडर वर्ष का प्रश्न मिलते ही सैकड़ों में जवाब देने पर बिहार के अभय कुमार ने इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज किया है उनके इस कारनामे को देखकर सब लोग अचंभित है।
दरअसल बिहार के वैशाली जिला के देसरी प्रखंड क्षेत्र के गाजीपुर के रहने वाले अभय कुमार ने इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज किया है अभय कुमार गाजीपुर निवासी शिक्षक सहेंद्र पासवान के पुत्र है अभय को गूगल से भी ज्यादा वर्षों के कलैंडर याद रखने पर बुक ऑफ रिकॉर्ड के मुख्य संपादक डॉ विश्वरूप राय चौधरी ने इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड के से नवाजा है।
दरअसल वह बताते हैं कि इस जानकारी को याद रखना सभी तकनीक है। अभी मेमोरी तकनीको छात्रों को सिखाने के लिए खुद एक ऐप बनाए हैं जो कि क्लास 6 से लेकर यूपीएससी संविधान विद्यार्थी को इसका लाभ पहुंचा रहे हैं इसमें मेमोरी ट्रेनर से 10 गुना ज्यादा प्रभावशाली तकनीक है।