बिहार के वैशाली में भी संतरे की खेती सफलतापूर्वक हो रही है। यहां के किसान संतरे की खेती कर चर्चा का केंद्र बने हुए हैं। बता दें कि हाजीपुर प्रखंड के लिए अन्धवाड़ा गांव के रहने वाले फ्रेम शर्मा ने संतरे के कुछ पौधों को सफलतापूर्वक गया है जिसमें उन्नत प्रजाति के फल आए हैं।
इस तरह से उन्होंने अन्य किसानों को संतरे की खेती का नया गुर सिखाया है। हालांकि शर्मा ने कहा कि व्यापक तौर पर खेती के लिए कृषि वैज्ञानिक की मदद जरूरी होगी। शर्मा ने उत्तर बिहार की मिट्टी और क्लाइमेट को संतरे की खेती के लिए अनुकूल बताया। उन्होंने प्रयोग के तौर पर साल 2011-12 उस वक्त के कृषि मंत्री के हाजीपुर आने पर खेती के संदर्भ में जानकारी दी थी। मंत्री के कहने पर उन्होंने अपने आवासीय कैंपस में पौधे लगाए और अच्छी से देखभाल की।
साल 2016 में उसमें कुछ फल आए, परंतु 2017 में तकनीक विकसित हुई तो 2017 में अच्छे ढंग से फल आए। संतरे की खेती देख ग्रामीण भी हैरत में है। उन्होंने सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात कर उन्हें संतरे भेंट किए। सीएम के आदेश के बाद उद्यान विभाग के अधिकारी संतरे के पौधे देखने पहुंचे।
निरीक्षण करने के बाद उन्होंने जानकारी दी कि अच्छी कोशिश है। इसकी खेती की प्रबल संभावना नजर आ रही है। इसका शीघ्र ही प्रोडक्शन करेंगे और किसानों को प्रोत्साहित करने का प्लान बनाया जाएगा। शर्मा ने कहा कि इस खेती के साथ हल्दी और ओल की खेती हो सकती है। 5 से 7 वर्ष के पौधों की प्रोडक्शन कैपेसिटी 75 से 100 किलो है। प्रति कट्ठा 30 से 35 हजार तक आमदनी हो सकती है।