जहां अभी पूरे देश और दुनिया में पेट्रोल और डीजल की कीमत आसमान छू रही है। वहीं अब बिहार में ही पेट्रोल डीजल बनाने के लिए प्लास्टिक कचरा का प्रयोग किया जा रहा है, और यह पेट्रोल डीजल बेहद सस्ता है। आपको बता दूँ की प्लास्टिक से कचरा फैलता है। इन्हीं कचरा से बिहार के एक जिला में पेट्रोल और डीजल बनाया जा रहा है। जिससे प्रदूषण से भी लोगों को छुटकारा मिला है, और लोगों को पेट्रोल डीजल की मुहैया कराया जा रहा है।
दरअसल आपको बता दूं कि इस प्रकार का स्टार्टअप बिहार के मुजफ्फरपुर में शुरू किया गया, जो कि अभी के समय में यह एक बड़ा ब्रांड बनकर उभरता जा रहा है। उधर इस इस स्टार्टअप को प्रधानमंत्री कार्यालय ने पसंद भी किया है। इस तकनीक को अब केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के स्तर पर देश भर में विस्तारित किया जाएगा। इसका मतलब साफ है कि बिहार के मुजफ्फरपुर से शुरू हुआ स्टार्टअप पूरे देश में इसे विस्तृत किया जाएगा।
इस पत्र में साफ तौर पर कहा गया है, कि बोर्ड के अधिकारियों ने प्लास्टिक कचरे से डीजल पेट्रोल बनाने वाली तकनीक को साझा करने का सुझाव दिया गया है। वह अपने स्तर से प्लास्टिक कचरा से डीजल पेट्रोल बनाने की तकनीकी परीक्षण करेगा परीक्षण के बाद इस तकनीक को मुजफ्फरपुर व अन्य जिलों में इस तरह की स्टार्टअप चलाए जा सकते हैं। आपको बता दूं कि अभी इस फैक्ट्री से रोजाना 300 लीटर डीजल का उत्पादन किया जाता है।