एक समय था कि बिहार में कल कारखानों की कमी थी लेकिन अब धीरे-धीरे बिहार का माहौल बदल रहा है और बिहार में धीरे-धीरे निवेशक निवेश के लिए रुख कर रहे हैं। जिस वजह से ज्यादा से ज्यादा कल कारखाने अब बिहार लगने शुरू हो गए हैं। बिहार में जो सबसे ज्यादा कल कारखाने लग रहे हैं उसमें इथेनॉल और कृषि आधारित उद्योग ज्यादा लग रहे हैं। इसी बीच आपको बता दूं कि बिहार के एक और जिला में यूरिया कारखाना बनकर तैयार हो चुका है।
बिहार के बेगूसराय के बरौनी में 8388 करोड़ की लागत से यूरिया कारखाना बनकर तैयार हो चुका है और बताया जा रहा है कि अगस्त महीने तक यहां से उत्पादन शुरू होने की संभावना है। राज्य में मंगलवार को भाजपा सांसद सुशील कुमार मोदी के एक प्रश्न उत्तर में रसायन एवं उर्वरक राज्य मंत्री भगवंतपुरा ने बताया कि बिहार के बरौनी में स्थापित हो रहे यूरिया खाद कारखाना अब बनकर तैयार हो चुका है।
आपको बता दूं कि पिछले महीने बेगूसराय के सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बरौनी फर्टिलाइजर का निरीक्षण किया था। इस बरौनी खाद कारखाना की क्षमता की बात करें तो इसकी क्षमता 1.27 मिलीयन मीट्रिक टन सालाना है आपको यह भी बता दूं कि इस बरौनी कारखाने से यूरिया उत्पादन होने से इसका सबसे बड़ा लाभ बिहार के किसान को मिलने वाला है।