पटना का तारामंडल नहीं, बल्कि यह है बिहार का पहला तारामंडल यूनेस्को सूची में किया गया है शामिल

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यूनेस्को के सूची में शामिल होने वाले बिहार के कई ऐसे ऐतिहासिक धरोहर है जो कि शामिल है इसी बीच बिहार के एक और ऐतिहासिक धरोहर को यूनेस्को की सूची में शामिल किया गया है। आपको बता दूं कि यूनेस्को के इस सूची में इस ऐतिहासिक धरोहर में बिहार के एक कॉलेज में स्थित तारामंडल को शामिल किया गया है। जो बिहारी का पहला तारामंडल है।

दरअसल आपको बता दूं कि बिहार के मुजफ्फरपुर शहर में स्थित लंगत सिंह कॉलेज जोकि बेहद शानदार है इसी कॉलेज में 106 साल पुराना एक तारामंडल स्थित है अब इस तरह मंडल को यूनेस्को के सूची में शामिल कर लिया गया है खगोलीय वेधशाला मुजफ्फरपुर को हाल में ही दुनिया के महत्वपूर्ण प्राय विरासत वेधशाला की यूनेस्को की सूची में शामिल किया गया है आपको बता दूं कि इसका स्थापना 1916 में की गई थी।

बिहार का सबसे पहला तारामंडल देख कर हो जाएंगे हैरान | Muzaffarpur City :  Breaking News

आपको बता दूं कि 1916 में इस तारामंडल का निर्माण विद्यार्थियों के खगोल जानकारी दी जाने के लिए इसकी स्थापना की गई थी। आपको बता दूं कि 70 के दशकों में यह बंद हो गया 4 साल पहले पत्रिका की एक लेख में यूनेस्को का ध्यान इस बेधसला गया।

Bihar's Langat Singh College astronomy lab included in the Unesco heritage  list

इस बेधसाला के बारे में प्रोफ़ेसर जीएन सिंह ने 13 से 26 अक्टूबर 2018 की फ्रंटलाइन पत्रिका के अंक में एक “म्यूजियम के गिरावट” सिर्फ के एक लेख लिखा था जिस पर यूनेस्को को सदस्य का ध्यान गया।