बिहार में राजधानी पटना सहित कई अन्य शहर है लेकिन बिहार में सबसे बड़ी समस्या यह है कि कोई भी शहर पूर्ण रूप से प्लान के तहत नहीं बताया गया है। जिस वजह से इन शहरों में जलजमाव, ट्रैफिक की समस्या सहित कई अन्य समस्या लोग को सामना करना पड़ता है। लेकिन अब नगर विकास एवं आवास विभाग ने राज्य के 6 शहरों को जीआईएस आधारित मास्टर प्लान तैयार करने का निर्णय ले लिया है इसका मतलब साफ है कि बिहार के अब सारे और भी बेहतर होने वाले हैं।
बिहार के शहरों के मास्टर प्लान की तैयारी जोरों शोरों पर है उसमें मुख्यतः बिहार के अररिया फारबिसगंज खगरिया लखीसराय जमुई और भभुआ है इसके लिए एजेंसी की तलाश शुरू कर दी गई है। इन शहरों का प्लानिंग एरिया के लिए अधिसूचना जारी कर दी गई है। आपको बता दूं कि इन शहरों के विकास के लिए अब नगर विकास एवं आवास विभाग ने मास्टर प्लान बनाने को लेकर एजेंसी उसे प्रस्ताव ही मांगा है।
इसके अलावा आपको यह भी बता दूं कि बिहार के करीब 44 शहरों को और बेहतर बनाने के लिए वर्तमान समय में राज्य में मास्टर प्लान बनाया जा रहा है पहले चरण में 13 शहरों का मास्टर प्लान के प्रारूप पर काम शुरू कर दिया गया है जिसमे गया, आरा, भागलपुर, मुजफ्फरपुर, मुंगेर, दरभंगा, पूर्णिया, राजगीर, बिहारशरीफ, बेगूसराय, छपरा व सहरसा शामिल हैं. इसके अलावा हाल ही में बक्सर, किशनगंंज, सीवान, बेतिया, कटिहार, सासाराम, बेतिया, मोतिहारी, औरंगाबाद, सीतामढ़ी और हाजीपुर शहरों में प्लानिंग अॉथोरिटी (आयोजना प्राधिकार) का गठन कर मास्टर प्लान बनाने की कवायद शुरू की गयी है।