बिहार में वर्ष 2025 तक नौ जिलों में 14 रोड ओवरब्रिज बनाने का टारगेट रखा गया है। रोड ओवरब्रिज के निर्माण में तकरीबन 1175.79 करोड़ रुपए खर्च हो सकते हैं, जिसमें राज्य सरकार के द्वारा 669.29 करोड़ का खर्च वहन किया जाएगा।
बिहार के जिन नौ जिलों में आरओबी का निर्माण होना है उसमें मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, पटना, सारण, भागलपुर, नालंदा, पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण और दरभंगा शामिल है। जाम की समस्या से मुक्ति के लिए इन आरओबी का निर्माण होना है। फिलहाल केंद्र सरकार ने छह आरओबी बनाने की मंजूरी दी है। संभावना है कि शेष नौ आरओबी निर्माण की मंजूरी जल्द मिलेगी।
बता दें कि पटना जिला में बख्तियारपुर इंजीनियरिंग कॉलेज के नजदीक आरओबी का निर्माण प्रस्तावित है। वहीँ पूर्वी चंपारण में जीवधार और बापूधाम रेलवे स्टेशन के मध्य इसका निर्माण होना है।
नालंदा के हरनौत रेल कारखाना के नजदीक इसका निर्माण किया जाना है। भागलपुर जिले में मिरजानहाट में इसकी निर्माण की मंजूरी मिली है। वहीं, दरभंगा के लहेरियासराय में आरओबी निर्माण पर मुहर लगी है। सारण जिले के खैरा–पटेढ़ी रेलवे स्टेशन के नजदीक इसका निर्माण होना है।
मिली जानकारी के मुताबिक, दरभंगा जिले में चार रोड ओवरब्रिज का निर्माण किया जाना है। बेगूसराय जिले में एक, समस्तीपुर में एक, पश्चिमी चंपारण में एक और मुजफ्फरपुर जिले में एक आरओबी का निर्माण होना है। मालूम हो कि राज्य में ट्रैफिक की समस्या आम हो गई है जिस वजह से सरकार को इन जगहों पर आरओबी का निर्माण करना पड़ रहा है। इसके बनने से आम लोगों को खूब राहत मिलेगी।