बिहार के लगभग सभी जिले में इंजीनियरिंग कॉलेजों की स्थापना हो चुकी हैं। ऐसे में इन कॉलेजों के संचालन हेतु अपना विश्वविद्यालय नहीं था। परंतु, अब इन इंजीनियरिंग महाविद्यालयीन के चलाने के लिए बिहार इंजीनियरिंग यूनिवर्सिटी ने काम शुरू कर दिया है।
एकेयू कोर्ट मीटिंग में 18 मार्च को इंजीनियरिंग कॉलेजों को बिहार इंजीनियरिंग यूनिवर्सिटी में शामिल करने प्रस्ताव पारित होगा। बीते दिन 15 मार्च से प्रदेश के इंजीनियरिंग कॉलेज बिहार इंजीनियरिंग यूनिवर्सिटी के अन्तर्गत हो गए। बताते चलें कि इस विश्वविद्यालय का संचालन पटना के मीठापुर अवस्थित आर्यभट्ट ज्ञान यूनिवर्सिटी से होगा।
बिहार के तमाम इंजीनियरिंग कॉलेजों से जुड़ी हुई सभी जानकारी और फरमान अब बिहार इंजीनियरिंग यूनिवर्सिटी जारी करेगा। इसके साथ ही अब इंजीनियरिंग यूनिवर्सिटी ही तमाम तरह के परीक्षाओं का आयोजन करेगी। नए सेशन में दाखिला लेने वाले छात्रों का निबंधन भी इंजीनियरिंग यूनिवर्सिटी करेगा। इस यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. एसके वर्मा ने बताया कि कि धीरे-धीरे विश्वविद्यालय ने काम करना शुरू कर दिया है। आर्यभट्ट ज्ञान विवि ही यूनिवर्सिटी का संचालन करेगा।
उधर, विधानसभा में एक प्रश्न का जबाव देते हुए उपमुख्यमंत्री सह स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि प्रदेश के 23 जिलों में फिलहाल 24 मेडिकल कॉलेज हैं। इसमें से नौ में पठन-पाठन चल रहा हैं, जबकि 15 का निर्माण जारी है। धीरे-धीरे सभी जिले में मेडिकल कॉलेज खोलने का प्लान है। इंजीनियरिंग यूनिवर्सिटी के अलावा मेडिकल यूनिवर्सिटी भी अप्रैल के पहले दिन से ही काम करना शुरू कर देगी। एक अप्रैल से स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय शुरू हो जाएगा।