टीम इंडिया के स्टार ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा को किसी परिचय की जरूरत नहीं है। इस स्टार हरफनमौला खिलाड़ी ने अपने धुरंधर बल्लेबाजी और फिरकी गेंदबाजी से खूब नाम कमाया है। जडेजा नंबर वन फील्डर माने जाते हैं। जब हम आईदान में फील्डिंग के लिए मौजूद होते हैं तब कैच गेंद छूटने की संभावना नहीं के बराबर रहती है।
6 दिसंबर 1988 को नवगम-खेड़ (गुजरात) में जन्मे रविंद्र जडेजा को लोग सर रविंद्र जडेजा और जड्डू के नाम से बुलाते हैं। पिता अनिरुद्ध सिंह चाहते थे कि रविंद्र एक आर्मी ऑफिसर बने, मगर उनकी तमन्ना तो क्रिकेटर बनने की थी। जडेजा ने अप्रैल 2016 में रीवा सोलंकी से शादी रचाई थी। वर्ष 2017 में एक बेटी जन्म ली जिसका नाम निध्याना जडेजा है।
जडेजा के पिता एक प्राइवेट सुरक्षा कंपनी में चौकीदार की नौकरी करते थे। मां लता जडेजा गृहिणी थी। जब जडेजा 17 साल के थे तब साल 2006 में एक एक्सीडेंट में उनकी मां का निधन हो गया। जडेजा ने काफी कम उम्र से ही क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था। वह शुरू में तेज बॉलिंग करते थे लेकिन बाद में उनके कोच महेंद्र सिंह चौहान ने बाएं हाथ की फिरकी गेंदबाजी करने को कहा।
जडेजा ने 16 की उम्र में 2005 में टीम इंडिया के लिए अंडर-19 क्रिकेट में डेब्यू किया। वर्ष 2008 में अंडर-19 वर्ल्ड कप विजेता टीम के उप कप्तान थे। उन्होंने इस टूर्नामेंट में शानदार ऑलराउंड प्रदर्शन किया था। उनके निरंतर प्रदर्शन को देखते हुए सिलेक्टर्स ने श्रीलंका में वनडे सीरीज के लिए टीम में जगह दी। 8 फरवरी 2009 को उन्हें श्रीलंका के वनडे मैच में डेब्यू करने का मौका मिला और उन्होंने उस मुकाबले में 60 रन बनाए।
साल 2008 में जडेजा ने आईपीएल में डेब्यू किया था, उस समय वह राजस्थान रॉयल्स टीम में थे। साल 2008 में ही राजस्थान रॉयल्स ने फाइनल पर कब्जा जमाया था और वे विनिंग टीम का अभिन्न हिस्सा थे। वर्ष 2011 में उन्हें कोच्चि टस्कर्स केरला ने खरीदा। सत्र 2012 में फ्रेंचाइजी खत्म होने के बाद चेन्नई सुपर किंग्स ने उन्हें 9.8 करोड़ की भारी रकम में खरीदा था। उस वक्त सीजन की बोली में सबसे महंगे खिलाड़ी रहे।