अगर व्यक्ति कुछ सोच ले तो कुछ भी असंभव नहीं है। कुछ ऐसा ही उदाहरण पेश किया है एक महिला एंटरप्रोन्योर लक्ष्मी इदुलवर ने। हाल ही में जागरण न्यू मीडिया हरजिंदगी ने वुमन प्रेन्योर अवार्ड सेरेमनी का आयोजन किया था जिसका उद्देश्य वर्ष 2022 में देश में महिला एंटरप्रेन्योर को उनके काम के लिए सम्मानित करना था। समारोह की मुख्य अतिथि केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मामले के मंत्री स्मृति ईरानी थी।
जिन महिलाओं को उनके कार्यों के लिए सम्मानित किया गया उनमें महाराष्ट्र के आदिवासी वर्ग की एक महिला लक्ष्मी इदुलवर का भी नाम शामिल था, जिन्होंने अपने इलाके की महिलाओं को सोलर पंप निर्माण के लिए प्रेरित किया।
नक्सल प्रभावित इलाके से आने वाली लक्ष्मी की कोई टेक्निकल पृष्ठभूमि नहीं है, मगर उन्होंने सोलर पैनल मैन्युफैक्चरिंग पर आईआईटी से प्रशिक्षण प्राप्त किया है। लक्ष्मी और उनकी टीम ने होम लाइट, 1W-100W, स्टडी लैंप, LED लाइट -5W-15W सिस्टम से दूसरों के मध्य सौर पैनल बना सकती है। उन्होंने UMED और आईआईटी बॉम्बे के साथ 28 महिलाओं के साथ “Udan Company” कंपनी शुरू की।
इदुलवर को उड़ान सोलर कंपनी के स्थापना के लिए तमाम चुनौतियां झेलनी पड़ी। वह अपने ग्रामीण महिलाओं को कंपनी में इन्वेस्ट करने के लिए राजी किया। गांव की महिलाओं भी ने उड़ान के निर्माण हेतु 1000 रुपए दिए। वह कंपनी में अंशधारक बनने के लिए 3 विभिन्न वर्ग की 426 महिलाओं को लाने में सफल रहीं। कोविड के वक्त, उन्होंने उम्मीद नहीं खोई और अपनी टीम के मेंबर्स को एक साथ कार्य करने के लिए राजी किया।
उन्होंने जानकारी दी कि कई लोगों ने उनकी कंपनी के लिए कार्य करने वाली महिलाओं पर यकीन नहीं किया। कई लोगों ने यह कहा कि महिलाओं का समूह सोलर इंस्टालेशन पर काम नहीं कर सकेगा। हालांकि, इदुलवर ने उन सब को गलत सिद्ध किया और उड़ान की स्थापना की।
हाल ही में इदुलवर को हरजिंदगी ने वुमन प्रेन्योर अवार्ड में वुमन सोशल एंटरप्रेन्योर ऑफ द ईयर सम्मान से नवाजा। सोशल एंटरप्रेन्योर के नाम पर कई और अवार्ड मिले हैं। भूय्त में, उनके कोशिशों को गवर्नमेंट ऑफिसियल ने मान्यता दी है।