जब भी बिजली की बात आती है तो हमारे दिमाग में पनबिजली या कोयला से उत्पन्न की गई है यह ध्यान में आता है। लेकिन आने वाले समय में अब बिहार भी ग्रीन एनर्जी के तरफ बढ़ेगा आपको बता दूं कि बिहार के कई ऐसे शहर है जो अभी प्रदूषण से जूझ रहे हैं और इन्हीं प्रदूषण को दूर करने के लिए आप राजधानी पटना सहित पूरे बिहार में कई इमारतें पर सोलर पावर प्लांट भी लगाए जा रहे हैं इसी बीच अब आने वाले समय में आपको बिहार में सूरज हवा और पानी से आधी बिजली दी जाएगी।
आपको बता दूं कि ग्रीन एनर्जी को लेकर बिहार ने ब्लू प्रिंट तैयार कर ली है केंद्र सरकार से लेकर राज्य सरकार तक ग्रीन ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए हर तरह के उपाय कर रही है बताया जा रहा है कि अभी फिलहाल इसका ड्राफ्ट भी तैयार कर लिया गया है और इन ड्राफ्ट को वेबसाइट पर अपलोड भी किया गया है और लोगों से सुझाव और आपत्ति भी मांगी जा रही है।
अगर आंकड़ों पर नजर डाले तो आयोग की तरफ से यह बताया गया है कि सौर हवा और जल के स्रोतों से बिजली प्राप्त करने के लिए अलग-अलग लक्ष्य निर्धारित है वही बताया गया है कि अगले वित्तीय वर्ष तक कम से कम 23.5% ऊर्जा का लक्ष्य हासिल है। वही आखिरी यही बता रहे हैं कि 2020 तक सौर ऊर्जा से मिलने वाली बिजली का खपत लगभग 8 गुना से अधिक कर देती दशमलव 5% करनी होगी लेकिन दूसरी तरफ बिजली कंपनियों के लिए यह सबसे बड़ा चुनौती साबित हो रहा है।